मुख्यमंत्री फैलोशिप प्रोग्राम सरकार की तरफ से शुरू किया जा रहा है जिसमें ब्यूरोक्रेट्स और कलेक्टर के पास चयनित युवाओं को रखा जाएगा। इसमें युवाओं को 40000 रुपए तक वेतन दिया जाएगा।
इस मुख्यमंत्री फैलोशिप प्रोग्राम में सरकार 200 युवाओं को चयन करेगी और उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर बैठे बू्रोक्रेट्स के साथ रखेंगी। इसमें ऐसे युवाओं को लिया जाएगा जो न्यूनतम दसवीं से लेकर स्नातकोत्तर तक उत्तीर्ण होने चाहिए।
इस कार्य के लिए उच्च स्तर पर सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो चुकी है अब सिर्फ मुख्यमंत्री की स्वीकृति बाकी है। इसमें चयनित युवाओं में से 50 युवाओं को प्रत्येक कलेक्टर के साथ और 150 युवाओं को अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और अन्य सचिव रैंक के अधिकारियों के साथ में जोड़ा जाएगा।
सरकार का कहना है कि इससे काम में बेहतर सुधार हो सकता है, प्रत्येक युवा इसमें आईडिएशन का काम करेंगे, इससे सरकार के काम को किस प्रकार बेहतर बनाया जा सकता है इस पर एक दूरदर्शी कार्य हो सकेगा।
इस प्रोग्राम के लिए युवक की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष व अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। सरकार का मानना है कि कम उम्र और ज्यादा ऊर्जावान युवाओं को इसमें मौका देना चाहिए जो शुरुआत में 2 साल तक काम करेंगे, इसके बाद 1 साल तक इस पीरियड को और बढ़ाया जा सकता है।
इस काम में प्रत्येक युवा को ₹40000 तक इस स्टाइपेंड दिया जाएगा। इस योजना को कांग्रेस सरकार में शुरू किया गया था जिसे युवा मित्र इंटर्नशिप योजना का नाम दिया गया था जिसके बाद भाजपा सरकार आते ही से बंद किया गया था जिसके बाद इसका विरोध भी हुआ था।
Mukhyamantri Fellowship Program Check
इस मुख्यमंत्री फैलोशिप प्रोग्राम में युवाओं को कलेक्टर के साथ काम करने का अवसर मिलेगा और युवाओं को ₹40000 प्रति महीने पेमेंट भी मिलेगी। प्रोग्राम में जॉइनिंग से संबंधित नोटिफिकेशन और इसके अपडेट से जुड़ी जानकारी के लिए टेलीग्राम ग्रुप और व्हाट्सएप ग्रुप के साथ जुड़े।
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